नई दिल्ली| आमतौर पर मुख्यधारा से बाहर रहने वाले किन्नर समाज में भी नोट बैन को लेकर खासी बेचैनी देखने को मिल रही है| पहले ही दिन किन्नरों का कालाधन सामने आया है| एक दिन में ही बैंकों में किन्नरों ने करोड़ो रुपए जमा किये हैं| बहुत कम ही देखने को मिलता है जब किन्नर बैंक जाते हैं|
कहते हैं कि ‘काला धन’ वालों के बाद सबसे ज्यादा पैसा किन्नरों के पास ही होता है| चूँकि किन्नर अपने पैसे को लोगों के घरों में होने वाले शुभ कार्यों में न्यौछावर के रूप में पाते हैं इसलिए इसे काला धन नहीं कहा जा सकता| हर एक किन्नर टोली के पास लाखों रुपये और गहने होते हैं| लेकिन किन्नर यह सबकुछ अपने घरों में खुद ही संभालकर रखते हैं|
देश के कोने कोने में हर एक छोटे बड़े बैंक में किन्नरों की बढती तादाद को देख कर सरकार को भी काफी फायदा होने की उम्मीद है| माना जा रहा है कि सिर्फ राजधानी में ही किन्नरों के पास जमा करोड़ों रुपयों के ढेर बैंक पहुंचने वाले हैं|
दरअसल, किन्नर कई सालों तक का पैसा और गहने बचा कर रखते हैं| ये लोग छोटे नोटों को 500 और 1000 में बदलवा लेते हैं, ताकि रखने में आसानी हो, लेकिन अब वही सारे नोट बदलने पड़ रहे हैं|
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